वैसे तो मई और जून का महिना तो भीषण गर्मी का ही होता है. लेकिन इस वर्ष की गर्मी की बात ही और है. मुझे लगता है यह वर्ष गर्मी के दृष्टिकोण से हमेश याद रखा जायेगा. उत्तर प्रदेश से लेकर देश की राजधानी दिल्ली , राजस्थान में इस वर्ष की गर्मी ने पिछले 50 वर्ष का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. उत्तर प्रदेश में तो पिछले एक महीने से भीषण गर्मी हो रही है.

उत्तर प्रदेश में खास कर पूर्वी और पश्चिमी यूपी में तो गर्मी ने सभी के नाक में दम कर दिया है. हालाँकि की 10 – 12 दिनों के अन्तराल पर प्री मानसून की सक्रियता के कारण हल्की और मध्यम बारिश होती रहती है लेकिन उमस वाली गर्मी से कोई राहत नहीं है. बीते दिन का लखनऊ का अधिकतम तापमान 41 डिग्री रिकॉर्ड किया गया वहीँ न्यूनतम तापमान 29 डिग्री रिकॉर्ड किया गया.

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का आज तक तापमान 42 डिग्री के पार भी जा सकता है. लेकिन उमस के कारण 55 डिग्री जैसा फील हो रहा है. इसके अलावा कानपूर, वाराणसी , गोरखपुर, आगरा, फ़ैजाबाद, इटावा , आगरा जैसे शहरों में हीट वेव के अलर्ट जारी किये गए है. मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट करके बताया की यूपी के लगभग सभी शहर में लू की स्थिति बन गई है.

वहीँ दूसरी तरफ देश में मानसून तेजी गति से आगे बढ़ रहा है. मौसम विभाग का अनुमान है की उत्तर प्रदेश में मानसून 20 जून से पहले-पहले दस्तक दे देगी. प्रत्येक वर्ष के तरह इस वर्ष भी मानसून देवरिया और बलिया के रास्ते यूपी में इंटर करेगी. उसके बाद 28 जून तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ तक पहुच जाएगी.